Flex Fuel Car 2025 : भारत में ऑटोमोबाइल उद्योग तेजी से बदल रहा है, और अब फ्लेक्स फ्यूल कारें बाजार में अपनी जगह बना रही हैं। फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह देश की ईंधन आयात पर निर्भरता को भी कम करेगी। हाल ही में भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 में प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने अपने फ्लेक्स फ्यूल मॉडल पेश किए। हुंडई, टाटा और महिंद्रा जैसी दिग्गज कंपनियां इस नई टेक्नोलॉजी को अपनाने में आगे हैं। आइए जानते हैं इन फ्लेक्स फ्यूल कारों के बारे में विस्तार से।
Flex Fuel Car 2025 : फ्लेक्स फ्यूल कार क्या होती है?
फ्लेक्स फ्यूल कारें ऐसी गाड़ियां होती हैं जो एक से अधिक प्रकार के ईंधन (फ्यूल) पर चल सकती हैं। आमतौर पर ये कारें पेट्रोल के साथ-साथ इथेनॉल-ब्लेंडेड फ्यूल (E20 से E100 तक) पर भी काम कर सकती हैं। इससे न केवल कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है, बल्कि यह पारंपरिक पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता को भी कम करती हैं।
1) हुंडई क्रेटा फ्लेक्स फ्यूल
नई हुंडई क्रेटा फ्लेक्स फ्यूल वेरिएंट के साथ भारतीय बाजार में एंट्री कर चुकी है। यह भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली SUVs में से एक है, और अब इसका फ्लेक्स फ्यूल वर्जन ग्राहकों को अधिक ईंधन विकल्प देने वाला है।
हुंडई क्रेटा फ्लेक्स फ्यूल के फीचर्स:
- इंजन: 1.0-लीटर, 3-सिलेंडर इंजन
- पावर: 118bhp
- टॉर्क: 172Nm
- गियरबॉक्स: 6-स्पीड ऑटोमैटिक
- फ्यूल सपोर्ट: E20 से लेकर 100% इथेनॉल (E100) तक
- पर्यावरण-अनुकूल: कम कार्बन उत्सर्जन और अधिक माइलेज
हुंडई क्रेटा का यह नया वेरिएंट पेट्रोल और इथेनॉल दोनों पर आसानी से चल सकेगा, जिससे ग्राहकों को किफायती ईंधन विकल्प मिलेगा।
2) टाटा पंच फ्लेक्स फ्यूल
टाटा पंच भारत में बेहद लोकप्रिय कार है, खासकर उन ग्राहकों के लिए जो किफायती और स्टाइलिश कार खरीदना चाहते हैं। अब इसे फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी के साथ भी पेश किया जा रहा है।
टाटा पंच फ्लेक्स फ्यूल के फीचर्स:
- इंजन: 1.2-लीटर NA पेट्रोल इंजन
- गियरबॉक्स: मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों ऑप्शन
- फ्यूल सपोर्ट: E20 से लेकर E100 तक
- पर्यावरण-अनुकूल: कम कार्बन उत्सर्जन
टाटा पंच का फ्लेक्स फ्यूल वेरिएंट किफायती और टिकाऊ होने के साथ-साथ बेहतर माइलेज भी देगा। इसकी लोकप्रियता को देखते हुए यह भारतीय बाजार में एक बड़ी सफलता साबित हो सकती है।
3) महिंद्रा XUV3XO फ्लेक्स फ्यूल
महिंद्रा XUV3XO एक दमदार SUV है, जिसे अब फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी के साथ पेश किया गया है। इससे पहले XUV300 में भी इसी तरह की टेक्नोलॉजी देखने को मिली थी।
महिंद्रा XUV3XO फ्लेक्स फ्यूल के फीचर्स:
- इंजन: 1.2-लीटर टर्बोचार्ज्ड इंजन
- पावर: 109bhp
- टॉर्क: 200Nm
- गियरबॉक्स: 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड AMT
- फ्यूल सपोर्ट: E20 से E85 तक
यह कार न केवल पावरफुल होगी, बल्कि इसका माइलेज भी शानदार होगा। इसके साथ ही यह कम कार्बन उत्सर्जन करने में सक्षम होगी, जिससे यह पर्यावरण-अनुकूल कारों की श्रेणी में एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है।
फ्लेक्स फ्यूल कारों का भविष्य भारत में
फ्लेक्स फ्यूल कारें भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में एक नया ट्रेंड स्थापित कर रही हैं। सरकार भी इथेनॉल-ब्लेंडेड फ्यूल को बढ़ावा दे रही है, जिससे आने वाले समय में इन गाड़ियों की मांग और अधिक बढ़ सकती है।
फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी के फायदे:
- कम कार्बन उत्सर्जन: यह टेक्नोलॉजी पर्यावरण के लिए बेहतर है।
- ईंधन आयात पर निर्भरता में कमी: भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को घरेलू रूप से पूरा कर सकेगा।
- बेहतर माइलेज और कम लागत: ग्राहकों को अधिक किफायती ईंधन विकल्प मिलेंगे।
- सरकारी प्रोत्साहन: सरकार इथेनॉल को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू कर रही है।
निष्कर्ष :
भारत में फ्लेक्स फ्यूल कारों की शुरुआत पर्यावरण-अनुकूल परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हुंडई क्रेटा, टाटा पंच और महिंद्रा XUV3XO जैसे नए मॉडल इस बदलाव का हिस्सा बन रहे हैं। आने वाले समय में और भी कंपनियां इस टेक्नोलॉजी को अपनाएंगी, जिससे भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
अगर आप भी एक नई कार खरीदने का सोच रहे हैं, तो फ्लेक्स फ्यूल कारें एक बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं। यह न केवल ईंधन लागत कम करेंगी, बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद करेंगी।